श्री मंत योगी छत्रपति शिवाजी महाराज ,,, मराठा संघ नेपानगर के अध्यक्ष श्री राजू दामू पाटिल तथा समस्त समाजन की ओर सूचित करते अत्यंत हर्ष होता है कि इस वर्ष भी महाराज श्री की जयंती महोत्सव मनाया जाएगा।
19 की सुबह 8.30 मिनट पर श्री छत्रपति शिवाजी महाराज की श्री मूर्ति का पंचाभिषेक, एवम् आरती की जाएगी। आप सभी से अनुरोध है समय पर उपस्थित हो महाराज श्री के भव्य जयंती समारोह में सह भागी बने।
गृप तथा सभी समाजजन सह परिवार पं जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से सायं 4 बजे निकलने वाली शौर्य यात्रा में भी सम्मिलित होवे,, जय भवानी जय शिवाजी,,,
छत्रपती शिवाजी महाराज ने अपनी अनुशासित सेना एवं सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों कि सहायता से एक योग्य एवं प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया। उन्होंने समर-विद्या में अनेक नवाचार किए तथा छापामार युद्ध (Guerilla Warfare) की नयी शैली (शिवसूत्र) विकसित की। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनीतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया और मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया। वे भारतीय स्वाधीनता संग्राम में नायक के रूप में स्मरण किए जाने लगे। बाल गंगाधर तिलक ने राष्ट्रीयता की भावना के विकास के लिए शिवाजीराजे जन्मोत्सव की शुरुआत की।
मालोजीराजे भोसले (1552–1597) अहमदनगर सल्तनत के एक प्रभावशाली जनरल थे, पुणे चाकण और इंदापुर के देशमुख थे। मालोजीराजे के बेटे शहाजीराजे भी विजापुर सुल्तान के दरबार में बहुत प्रभावशाली राजनेता थे। शहाजी राजे अपने पत्नी जिजाबाई से शिवाजी का जन्म हुवा ।
आरम्भिक जीवन शासनावधि-1674 – 1680 राज्याभिषेक-6 जून 1674 पूर्ववर्ती-शहाजीराजे उत्तरवर्ती-सम्भाजीराजे जन्म-19 फरवरी 1630-शिवनेरी दुर्ग निधन-3 अप्रैल 1680 रायगढ़-समाधि-रायगढ़- संतान-सम्भाजी, राजाराम, राणुबाई आदि. घराना-भोंसले कुर्मी पिता-शहाजीराजे माता-जिजाबाई
छत्रपती शिवाजी महाराज ने अपनी अनुशासित सेना एवं सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों कि सहायता से एक योग्य एवं प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया। उन्होंने समर-विद्या में अनेक नवाचार किए तथा छापामार युद्ध (Guerilla Warfare) की नयी शैली (शिवसूत्र) विकसित की। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनीतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया और मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया। वे भारतीय स्वाधीनता संग्राम में नायक के रूप में स्मरण किए जाने लगे। बाल गंगाधर तिलक ने राष्ट्रीयता की भावना के विकास के लिए शिवाजीराजे जन्मोत्सव की शुरुआत की।
मालोजीराजे भोसले (1552–1597) अहमदनगर सल्तनत के एक प्रभावशाली जनरल थे, पुणे चाकण और इंदापुर के देशमुख थे। मालोजीराजे के बेटे शहाजीराजे भी विजापुर सुल्तान के दरबार में बहुत प्रभावशाली राजनेता थे। शहाजी राजे अपने पत्नी जिजाबाई से शिवाजी का जन्म हुवा ।
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