प्रदेश पत्रिका:- खंडवा स्थित जेल का निरीक्षण कर, आपातकाल के काले अध्याय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर, मेरे पिताजी और उन सभी मीसाबंदियों का स्मरण किया, जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया और जेल की यातनाएं सहीं।
यह दिन हमें भारतीय लोकतंत्र के इतिहास के उस कठिन दौर की याद दिलाता है, जब हमारे संविधान और नागरिकों के अधिकारों पर कुठाराघात किया गया था। उन अंधेरे दिनों में, हमारे अनेक वीर लोकतंत्र सेनानियों ने निडर होकर अन्याय का विरोध किया और जेलों में बंद होकर भी देश के संविधान और अधिकारों की रक्षा की।
हम उन सभी महान आत्माओं को नमन करते हैं, जिनके बलिदान और संघर्ष से हमें आज़ादी और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने की प्रेरणा मिलती है। आइए, हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में कभी भी ऐसा काला अध्याय न दोहराया जाए और हमारे लोकतंत्र की जड़ें हमेशा मजबूत रहें। जिला कारागृह खंडवा म.प्र.
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