बुरहानपुर में झिरपंजरिया गांव के ग्रामीणों ने अपने क्षेत्र के वनरक्षक के तबादले को रुकवाने के लिए बुरहानपुर जिले के कलेक्टर श्री हर्षवर्धन को एक ज्ञापन सौंपा है।
बुरहानपुर जिले के झिरपंजरिया गांव में ग्रामीणों ने वनरक्षक के तबादले को रुकवाने के लिए कलेक्टर श्री हर्षवर्धन को दिया ज्ञापन
झिरपंजरिया, मध्य प्रदेश: झिरपंजरिया गांव के ग्रामीणों ने अपने क्षेत्र के वनरक्षक के तबादले को रुकवाने के लिए बुरहानपुर जिले के कलेक्टर श्री हर्षवर्धन को एक ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से कलेक्टर से अनुरोध किया है कि वे वनरक्षक का तबादला रद्द कर दें।
यह घटना आज, गुरुवार, 26 जून 2025 को बुरहानपुर जिले में हुई। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान वनरक्षक ने क्षेत्र में वन संरक्षण और वन्यजीवों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उनका स्थानांतरण क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति होगी। ज्ञापन में वनरक्षक के अच्छे काम और ग्रामीणों के साथ उनके सौहार्दपूर्ण संबंधों का भी उल्लेख किया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि वनरक्षक के तौर पर उनकी सेवाएं गांव के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और उनके तबादले से गांव को नुकसान हो रहा है बिल्कुल सही कह रहे हैं! बुरहानपुर जिले के झिरपंजरिया गांव के ग्रामीणों ने अपने वनरक्षक के तबादले को रुकवाने के लिए बुरहानपुर कलेक्टर श्री हर्षवर्धन को एक ज्ञापन सौंपा है।
बुरहानपुर जिले के ग्राम झिरपंजरिया के ग्रामीणों ने वनरक्षक के तबादले को रुकवाने के लिए कलेक्टर श्री हर्ष सिंह को दिया ज्ञापन
बुरहानपुर जिले के धुलकोट तहसील के झिरपंजरिया गांव के ग्रामीणों ने अपने क्षेत्र के वनरक्षक के तबादले को रुकवाने के लिए बुरहानपुर जिले के कलेक्टर श्री हर्ष सिंह को एक ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से कलेक्टर से अनुरोध किया है कि वे वनरक्षक का तबादला रद्द कर दें।
यह घटना आज बुरहानपुर जिले के कलेक्टर कार्यालय में हुई। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान वनरक्षक ने क्षेत्र में वन संरक्षण और वन्यजीवों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उनका स्थानांतरण क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति होगी। ज्ञापन में वनरक्षक के अच्छे काम और ग्रामीणों के साथ उनके सौहार्दपूर्ण संबंधों व व्यवहार का भी उल्लेख किया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि वनरक्षक के तौर पर उनकी सेवाएं गांव के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और उनके तबादले से गांव को नुकसान हो रहा है बिल्कुल सही कह रहे हैं!
ग्रामीणों द्वारा दिए गए ज्ञापन के मुख्य बिंदु
वन्यजीवों से सुरक्षा
वनरक्षक की उपस्थिति उनके गांव को जंगली जानवरों, विशेषकर तेंदुओं से बचाने में महत्वपूर्ण है। ग्रामीणों को लगता है कि उनके तबादले से उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी।
वन्य उत्पादों पर निर्भरता
कई ग्रामीण वन उत्पादों पर निर्भर रहते हैं, और वनरक्षक उन्हें इन उत्पादों को sustainably रूप से इकट्ठा करने में मदद करते हैं और अवैध कटाई या शिकार को रोकते हैं।
समुदाय के साथ जुड़ाव संभवत
वनरक्षक ने गांव में एक अच्छा रिश्ता बना लिया है और ग्रामीणों की समस्याओं को समझते हैं। उनके जाने से यह संबंध टूट जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण में भूमिका
वनरक्षक वन और वन्यजीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और ग्रामीणों को लगता है कि उनके जाने से क्षेत्र के पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
स्थानीय ज्ञान
वनरक्षक को संभवतः क्षेत्र के भूगोल, वन्यजीवों और स्थानीय चुनौतियों का गहरा ज्ञान है, जो नए वनरक्षक को सीखने में समय लगेगा।
कलेक्टर की प्रतिक्रिया
कलेक्टर श्री हर्ष सिंह ने ग्रामीणों को दिया आश्वाशन*
मामले की समीक्षा
कलेक्टर इस मामले में वन विभाग से रिपोर्ट मांग सकते हैं ताकि स्थिति की गंभीरता को समझा जा सके।
ग्रामीणों से बातचीत
वे ग्रामीणों से सीधे बात कर उनकी चिंताओं को सुन सकते हैं।
स्थानांतरण रोकने पर विचार
यदि ग्रामीणों की मांगें उचित पाई जाती हैं और वनरक्षक का स्थानांतरण आवश्यक नहीं है, तो कलेक्टर स्थानांतरण को रोकने या उस पर पुनर्विचार करने की सिफारिश कर सकते हैं।
वैकल्पिक समाधान
यदि स्थानांतरण रोकना संभव नहीं है, तो वे ग्रामीणों की सुरक्षा और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए वैकल्पिक समाधान तलाश सकते हैं।
अब ग्रामीणों का कहना है कि कलेक्टर श्री हर्ष सिंह इस मामले में क्या निर्णय लेते हैं।
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