खंडवा जिले के सभी विकासखंडों में स्थित छोटे बड़े नालों में बहते पानी को रोकने के लिए बोरी बंधान संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इसी क्रम में ग्राम छपीपुरा, ग्राम पंचायत धारुखेड़ी में रूपारेल नदी पर जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीणों ने श्रमदान कर बोरी बंधान संरचना का निर्माण किया।
ग्राम छपीपुरा एवं सिलोदा में ग्रामीणों ने बनाया बोरी बंधान
कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता के निर्देश पर खंडवा जिले के सभी विकासखंडों में स्थित छोटे बड़े नालों में बहते पानी को रोकने के लिए बोरी बंधान संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।
इसी क्रम में ग्राम छपीपुरा, ग्राम पंचायत धारुखेड़ी में रूपारेल नदी पर जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीणों ने श्रमदान कर बोरी बंधान संरचना का निर्माण किया।
जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री जगदीश पटेल ने बताया कि बोरी बंधान के निर्माण से आने वाले दिनों में आसपास के क्षेत्र के भू-जल स्तर में वृद्धि होगी। इसके साथ ही आसपास के खेतों में सिंचाई की सुविधा बढ़ेगी तथा खेतों की मिट्टी में नमी बनी रहेगी और फसलों की उत्पादकता बढेगी। कार्यक्रम में शासकीय प्राथमिक शाला झूमरखाली की शिक्षिका नीतू ठाकुर तथा जन अभियान परिषद के नवांकुर एवं प्रगति शैक्षिक सामाजिक अनुसंधान संस्थान के अध्यक्ष श्री चंचल सिंह दरबार एवं अन्य ग्रामीणजन उपस्थित थे।
इसके अलावा विकासखंड छैगांवमाखन के ग्राम सिलोदा में ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति की प्रेरणा से गांव के किसानों ने आबना नदी पर श्रमदान कर 415 बोरियों से बोरी बंधान संरचना का निर्माण किया। जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री जगदीश पटेल ने बताया कि गांव में आबना नदी पर एक पुल बना हुआ है जिसमें गेट नहीं थे।
इन गेट से पानी को बहता देख ग्राम की प्रस्फुटन समिति के अध्यक्ष नंदराम पटेल ने योजना बनाई कि डेम के सभी 19 गेटों में तिरपाल और मिट्टी की बोरियों से बहते पानी को रोका जाए। इस कार्यक्रम में विकासखण्ड समन्वयक राजकुमार मालाकार सहित अन्य ग्रामीणजन भी मौजूद थे।


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