14 की उम्र में हीरोइन, 17 में सुपरस्टार, 19 में बन गईं दुनिया की सबसे बड़ी हीरोइन, खूबसूरती देख गिर गया था लाइटमैन
मधुबाला, भारत की पहली सुपरस्टार हीरोइन, जिन्होंने हॉलीवुड तक नाम कमाया, लेकिन 36 साल की उम्र में दिल की बीमारी से चल बसीं. उनकी खूबसूरती और अभिनय ने दुनियाभर में पहचान दिलाई.
रंग-रूप में एकदम खूबसूरत, भारत की पहली हीरोइन जिसे दुनिया ने किया नोटिस, पापा के कहने पर कर दी हॉलीवुड फिल्म रिजेक्ट (फोटो साभार: YouTube Screenshot)
ये जिंदगी भी बड़ी जालिम है. जब दर्द देती है तो बिल्कुल भी तरस नहीं खाती. एक कहानी ऐसी ही है जब छोटी सी उम्र में दौलत-शोहरत तो मिल गई लेकिन सच्चा प्यार न मिल सका. भारत की पहली हीरोइन, जिसे दुनिया ने नोटिस किया, जिसे हॉलीवुड फिल्म तक ऑफर हुई. लेकिन 36 साल की उम्र में चल बसीं. कहानी सुपरस्टार हीरोइन की जिसने काफी दर्द झेले और आखिर में इन जख्मों के साथ ही विदा हो गईं.
ये कहानी किसी और की नहीं बल्कि मधुबाला की है, जिन्होंने अपने कामकाज के साथ साथ खूबसूरती के मामले में भी दुनियाभर की हीरोइनों को पीछे छोड़ दिया. उनकी खूबसूरती का एक किस्सा बड़ा फेमस हैं. एक बार वह फिल्म की शूटिंग कर रही थीं. तभी पर्दा हटा और सेट पर लाइटमैन उन्हें देखकर हक्का बक्का रह गया. वह बलां की खूबसूरत मधुबाला को देख गिर पड़ा था.
मधुबाला ने न सिर्फ फिल्मों में बल्कि दुनियाभर में नाम कमाया. साल 1952 की बात है. तब पहली बार किसी विदेशी मीडिया ने भारत की एक्ट्रेस को लेकर कुछ लिखा. उस आर्टिकल की हैडलाइन थी ‘दुनिया की सबसे बड़ी स्टार, जो बेवर्ली हिल्स में नहीं रहती हैं.’ इस आर्टिकल में एक्ट्रेस के कद को लिखा. उन्होंने मधुबाला को बड़ी बड़ी हीरोइनों से ऊपर बताया.
मुमताज जहां बेगम देहलवी के रूप में जन्मी मधुबाला ने महज 8 साल की उम्र में करियर की शुरुआत की थी. 14 साल की उम्र में उन्होंने लीड रोल प्ले करना शुरू कर दिया था. 16 की उम्र तक आते आते उन्होंने लाल दुपट्टा, महल और दुलारी जैसी फिल्मों में काम कर खूब सक्सेस बटोरी थी. फिर 19 की उम्र में दुनिया ने भी उन्हें नोटिस किया. 1959 में टाइम मैगजीन में भी उनके बारे में लिखा गया. जहां उन्हें दुनिया के सबसे बड़े सेलिब्रेटीज में से एक बताया गया.
मधुबाला की जिंदगी(फोटो साभार: Instagram@madhubala.forever)
साल 1951 की बात है जब फिल्ममेकर और एडिटर अरबिंदो मुखोपाध्याय ने मधुबाला को लेकर बताया था कि वह 1.5 लाख रुपये तक एक फिल्म के लिए चार्ज करती थीं. जो कि उस वक्त देश में सबसे ज्यादा ली जाने वाली फीस थी. बॉबी फिल्म में डिंपल कपाड़िया के ऑनस्क्रीन पिता का रोल निभाने वाले प्रेमनाथ भी मधुबाला को काफी पसंद करते थे. दोनों की नजदीकियों की भी खूब खबरें आया करती थीं.
क्यों ठुकराया था हॉलीवुड ऑफर
साल 1951 में अमेरिकी मैगजीन में उनकी जिंदगी के बारे में पढ़कर विदेशी डायरेक्टर ने उन्हें कास्ट करने का मन बनाया. उस वक्त वह इंटरनेशनल ख्याति हासिल कर चुकी थीं.हॉलीवुड फिल्ममेकर फ्रैंक केपरा ने उन्हें हॉलीवुड में ब्रेक देने के लिए अप्रोच किया था. मगर मधुबाला के पिता ने इस ऑफर को ठुकराने के लिए कह दिया था. उस वक्त एक्ट्रेस के कामकाज को उनके पिता ही मैनेज करते थे. उनके पिता अमेरिकन फिल्म्स की इंटीमेसी को लेकर असहज थे. इस वजह से उन्होंने बेटी को हॉलीवुड में काम करने से मना कर दिया.
36 साल की उम्र में गुजर गईं
मधुबाला की किस्मत ने उन्हें धोखा दिया 1954 में जब उन्हें पता चला कि उन्हें दिल से जुड़ी बीमारी है. कुछ समय के लिए वह फिल्मों से गायब भी हुईं. हालांकि उन्होंने सुपरहिट कमबैक भी किया था. मुगल-ए-आजम, बरसात की रात से लेकर शराबी तक, तमाम फिल्में थी जो बॉक्स ऑफिस पर राज कर रही थीं. मगर 1964 तक आते आते उनकी तबीयत गिरने लगीं. 36 साल की उम्र में साल 1969 में उन्होंने आखिरी सांसें लीं. उनकी आखिरी रिलीज जवाला (1971) थी.
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