Skip to main content

खतरे में जियो-एयरटेल की बादशाहत, 17 साल बाद जागा टेलीकॉम इंडस्ट्री का जाएंट

टेलीकॉम सेक्टर में अब वो जंग शुरू होगी, जो उससे पहले कभी भी देखने को नहीं मिली. जियो और एयरटेल की बादशाहत खतरे में पड़ती हुई दिखाई दे रही है. उसका कारण है. टेलीकॉम सेक्टर का एक बड़ा जाएंट एक बार फिर से जाग गया है. उसकी तंद्रा करीब 17 साल के बाद टूटी है. अब जब टूटी है तो टेलीकॉम इंडस्ट्री के अहम प्लेयर्स की नींद हराम होने वाली है.
देश की दो सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनीज जियो और एयरटेल की बादशाहत खतरे में पड़ गई है. उसका सबसे बड़ा कारण टेलीकॉम इंडस्ट्री का वो जाएंट हैं, जो 17 बरस के बाद जाग गया है. ये जाएंट कोई और नहीं बल्कि बीएसएनएल है. जो 17 साल के बाद प्रॉफिट में आ गया है. तीसरी तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद पूरी टेलीकॉम इंडस्ट्री हैरत में पड़ गई. जब देखने को मिला कि देश की सरकारी टेलीकॉम कंपनी प्रॉफिट में आ गई है.

बीएसएनएल के प्रॉफिट में आने के कई संकेत है. पहला कि कंपनी अब एक बार फिर से अपनी पुरानी जमीन तलाशने में कामयाब हो गई है. दूसरा ये के देश के लोग एक बार फिर से सरकारी टेलीकॉम कंपनी पर विश्वास करने लग गए हैं. तीसरा ये कि प्राइवेट कंपनियों के महंगे प्लान की जगह बीएसएनएल के सस्ते प्लान की ओर लोगों ने मूव करना शुरू कर दिया है. चौथ ये कि बीएसएनएल का नेटवर्क और इंफ्रा लगातार बेहतर हो रहा है.

आखिरी संकेत ये कि अब देश की प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के बीएसएनएल एक बड़ा कंप्टीटर बनकर उभर रहा है. जानकारों की मानें तो जिस तेजी के साथ बीएसएनएल ने अपने आपको रिकवर किया है, वो काफी अविश्वसनीय है. आने वाले दिनों के लिए प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के बड़े सवाल खड़े कर सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर तिमाही नतीजों में बीएसएनएल के आंकड़े किस तरह के देखने को मिले हैं.
17 साल बाद प्रॉफिट में आई कंपनी
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि पब्लिक सेक्टर की टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल ने चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 262 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है. इसके साथ कंपनी लगभग 17 वर्षों के बाद लाभ में आई है. उन्होंने इसे पब्लिक सेक्टर की टेलीकॉम कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया, जो सेवा पेशकश और ग्राहक आधार के विस्तार पर ध्यान दे रही है. सिंधिया ने कहा कि भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने कई क्षेत्रों में सुधार किया है तथा मोबाइल, फाइबर टू द होम (एफटीटीएच) और लीज्ड लाइन सेवा पेशकश में 14-18 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है. उन्होंने कहा कि दिसंबर में उपभोक्ताओं की संख्या भी बढ़कर लगभग नौ करोड़ हो गई है, जो जून में 8.4 करोड़ थी.
264 करोड़ रुपए का प्रॉफिट
मंत्री ने बीएसएनएल के तिमाही परिणामों पर कहा कि आज का दिन बीएसएनएल के लिए और भारत में टेलीकॉम सेक्टर की यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. बीएसएनएल ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 17 वर्षों में पहली बार तिमाही आधार पर लाभ दर्ज किया है. पिछली बार बीएसएनएल ने 2007 में तिमाही मुनाफा कमाया था. दिसंबर तिमाही में शुद्ध लाभ लगभग 262 करोड़ रुपए रहा. मोबाइल सेवाओं से आमदनी में 15 फीसदी की वृद्धि हुई, फाइबर टू द होम आय में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई और लीज्ड लाइन सेवाओं के राजस्व में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई
यूं ही प्रॉफिट में नहीं आई कंपनी
देश की सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल यूं ही प्रॉफिट में नहीं आई है. उससे पहले कंपनी एक लंबे प्रोसेस से गुजरी है. बीएसएनएल ने अपनी वित्तीय लागत और ओवरऑल एक्सपेंडिचर में कटौती की है. जिसकी वजह से पिछले वर्ष की तुलना में घाटे में 1,800 करोड़ रुपए से अधिक की कमी आई है. पिछले चार वर्षों में, बीएसएनएल की कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) वित्त वर्ष 23-24 तक 1,100 करोड़ रुपए से दोगुनी होकर लगभग 2,100 करोड़ रुपए हो गई. जानकारों की मानें तो चौथी तिमाही और ओवरऑल वित्त वर्ष के आंकड़े और भी बेहतर देखने को मिल सकते हैं.
बढ़ेगी जियो एयरटेल की मुसीबत
टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक तरह से जियो और एयरटेल का राज देखने को मिल रहा था. बीएसएनएल के प्रॉफिट में आने के बाद एक बार फिर से मार्केट में कंप्टीशन बढ़ने की उम्मीदें बढ़ गई है. बीएसएनएल लगातार ऐसे ऑफर्स लेकर आ रही है, जो एयरटेल और जियो को टक्कर मिल रही है. जिसका असर आने वाली तिमाहियों में देखने को मिल सकता है. सबसे बड़ी समस्या ये है कि गांव देहात और रिमोट एरिया में जो जमीन बीएसएनएल के हाथों से खिसक गई थी, उसे एक बार फिर से तलाशना शुरू कर दिया है. उसके अलावा शहरों में लोअर इनकम क्लास में जो सस्ते प्लान की तलाश में रहता है में अपनी पकड़ एक बार फिर से मजबूत कर रही है.
जियो-एयरटेल के आए थे अच्छे नतीजे
एयरटेल और जियो के तिमाही नतीजे काफी अच्छे रहे थे. खासकर एयरटेल के तिमाही नतीजों काफी शानदार प्रॉफिट मिला था. आंकड़ों को देखें तो कंपनी के प्रॉफिट में 4 गुना से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला था. इस बार कंपनी का मुनाफा 14,781.2 करोड़ रुपए था, जो पिछले साल की समान तिमाही में 3,593.2 करोड़ रुपए देखने को मिला था. वहीं दूसरी ओर जियो के तिमाही नतीजों में रिलायंस जियो के प्रॉफिट में 26 फीसदी का इजाफा देखने को मिला था और आंकड़ा 6,861 करोड़ रुपए देखने को मिला. लेकिन किसी को इस बात का यकीन नहीं था कि इस बार बीएसएनएल भी उसी फेहरिस्त में आकर खड़ा हो जहां जियो और एयरटेल मौजूद हैं.
बढ़ाए थे दाम
जुलाई 2024 एयरटेल और जियो ने टेलीकॉम टैरिफ में 20 से 25 फीसदी तक का इजाफा किया था. जिसकी वजह से टैलीकॉम टैरिफ काफी बढ़ गए थे. उसके बाद कई लोगों ने प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों का दामन छोड़ बीएसएनएल की ओर मूव कर लिया था. उसके बाद से लगातार बीएसएनएल के यूजर्स में इजाफा देखने को मिल रहा था. वैसे तिमाही नतीजों में प्राइवेट कंपनियों को टैरिफ बढ़ाने का फायदा मिला, लेकिन सबसे ज्यादा फायदा बीएसएनएल को हुआ. उस दौरान कंपनी ने अपने आपको सिर्फ रिवाइव ही नहीं किया बल्कि प्राइवेट कंपनियों के सामने मजबूती के साथ खड़ा भी किया. अब देखना दिलचस्प होगा कि टेलीकॉम इंडस्ट्री की इस जंग में बीएसएनएल कितना आगे तक लड़ पाती है.

आप देख रहे हैं 
                         प्रदेश पत्रिका 

Comments

Popular posts from this blog

नेपा लिमिटेड में ज्ञानेश्वर खैरनार को संपदा अधिकारी नियुक्त किया गया.!

                प्रदेश पत्रिका:- केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के उपक्रम नेपा लिमिटेड में वरिष्ठ प्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशासन) ज्ञानेश्वर खैरनार को लोक परिसर (अनधिकृत अधिभोगियों की बेदखली) अधिनियम-1971 के अंतर्गत टाउनशिप प्रशासक नियुक्त किया गया हैं। वे उक्त अधिनियम की धारा 3 के तहत संपदा अधिकारी के दायित्व का निर्वहन करेंगें। ज्ञात हो कि, नेपा लिमिटेड में पिछले लगभग एक वर्ष से यह पद रिक्त था। इस नियुक्ति के साथ, ज्ञानेश्वर खैरनार लोक परिसर अधिनियम के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करेंगे और इसके अधीन अधिरोपित कर्तव्यों का पालन करेंगे। इस नियुक्ति पर सीएमडी राकेश कुमार चोखानी सहित पूरे नेपा लिमिटेड परिवार ने ज्ञानेश्वर खैरनार को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।      आप देख रहे हैं 👇

नगर में नगर पालिका अध्यक्ष पति विनोद पाटिल और पार्षद पति कैलाश पटेल में मनमुटाव की चर्चा।

 वार्ड क्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल ने नगर पालिका से स्वच्छता मिशन के अंतर्गत हुई खरीदी का पूरा विवरण। वार्डक्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल प्रदेश पत्रिका:- नेपानगर, दिनांक 18 मार्च 2025 - नगर पालिका परिषद नेपानगर के वार्ड क्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल ने नगर पालिका प्रशासन से वर्ष 2023 और 2024 में स्वच्छता मिशन के तहत खरीदे गए सभी उपकरणों का लिखित ब्यौरा देने की मांग की है। नगर पालिका द्वारा स्वच्छता अभियान  के तहत हर साल लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन नगर में सफाई व्यवस्था में अपेक्षित सुधार नहीं दिख रहा है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि पिछले दो वर्षों में स्वच्छता मिशन के तहत कितनी राशि खर्च हुई, किन-किन उपकरणों की खरीदी हुई, उनकी गुणवत्ता क्या है, वे वर्तमान में कहां उपयोग हो रहे हैं, और उनके रखरखाव की क्या व्यवस्था है। पार्षद सपना कैलाश पटेल  ने प्रशासन को एक आधिकारिक पत्र सौंपकर यह जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नगर के नागरिकों को यह जानने का हक है कि स्वच्छता अभियान के लिए दिए गए सरकारी बजट का सही उपयोग हुआ ह...

8 फरवरी से राशन कार्ड धारकों को मिलेगा बड़ा फायदा! जानें नया नियम!

भारत सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जो 8 फरवरी 2025 से लागू हो रही है। इस योजना का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राहत प्रदान करना और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस नई पहल के तहत, राशन कार्ड धारकों को न केवल मुफ्त राशन मिलेगा, बल्कि उन्हें हर महीने आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। यह योजना देश के करोड़ों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। इस लेख में, हम आपको इस योजना के सभी पहलुओं की जानकारी देंगे, जैसे कि इसके लाभ, पात्रता मानदंड, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन प्रक्रिया। साथ ही, हम यह भी समझेंगे कि यह नया नियम किस तरह से राशन वितरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाएगा। राशन कार्ड योजना 2025 का मुख्य विवरण नीचे दिए गए टेबल में इस योजना का एक संक्षिप्त अवलोकन प्रस्तुत किया गया है:  योजना के लाभ इस नई योजना के तहत लाभार्थियों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं मिलेंगी: मुफ्त राशन: पात्र परिवारों को हर महीने मुफ्त अनाज (चावल और गेहूं) मिलेगा। आर्थिक सहायता: प्रत्येक परिवार को हर महीने ₹1000 की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएग...