Skip to main content

विधानसभा स्पीकर के सेक्रेटरी पर मधुमक्खियों का हमला:हरियाणा सचिवालय में CISF कर्मियों ने बचाया; जैकेट छोड़ गाड़ी से भागना पड़ा

 

हरियाणा सचिवालय में मधुमक्खियों के हमले से कर्मचारियों को बचाते CISF के जवान।

हरियाणा सचिवालय परिसर में मंगलवार दोपहर को मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इस दौरान पूरे सचिवालय में अफरातफरी मच गई। मधुमक्खियों ने कर्मचारियों पर हमला किया तो कई कर्मी कपड़ा ओढ़कर जमीन पर बैठ गए। इस दौरान विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण के पॉलिटिकल सेक्रेटरी को मधुमक्खियों ने डंक मार दिया।

मौके पर तैनात CISF के जवानों ने उन्हें बचाया। जवानों ने जैकेट लेकर मधुमक्खियों को भगाया था। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि कर्मी को छोड़कर मधुमक्खियां CISF जवानों के भी पीछे पड़ गई थीं। उन्होंने दौड़कर अपने आप को बचाया।


मधुमक्खियों के हमले के PHOTOS...

हरियाणा सचिवालय में मधुमक्खियों से बचाव के लिए एक कर्मचारी कपड़ा ओढ़कर जमीन पर बैठ गया।


जमीन पर जैकेट ओढ़े व्यक्ति को मधुमक्खियों से बचाने की कोशिश करता जवान।

गाड़ी आने के बाद CISF का जवान व्यक्ति के पास पहुंचा और अंदर बैठाने के लिए दरवाजा खोला।
CISF के जवान ने व्यक्ति को मधुमक्खियों से छुड़ाकर गाड़ी में बैठाया और रवाना किया।

जमीन पर जैकेट ओढ़े बैठा दिखा व्यक्ति घटना के करीब 20 और 10 सेकेंड के 2 वीडियो सामने आए हैं। इनमें 10 सेकेंड वाले वीडियो में दिख रहा है कि सचिवालय परिसर में एक व्यक्ति अपनी जैकेट ओढ़े जमीन पर बैठा है। वह अपने आप को मधुमक्खियों के वार से बचाने की कोशिश कर रहा है।

उसके पास एक CISF जवान भी मौजूद है, जो उसे बचाने की कोशिश कर रहा है। जवान साथ में अपने आप को भी बचाने की कोशिश रहा है, इसलिए जमीन पर बैठे व्यक्ति के एकदम पास नहीं जा रहा।

दूसरे वीडियो में मधुमक्खियों से बचाकर निकाला कर्मी 
वहीं, 20 सेकेंड वाले वीडियो में दिख रहा है कि CISF कर्मी जमीन पर बैठे व्यक्ति के पास पहुंच गए हैं। पास में ही एक गाड़ी भी आ गई है। CISF के जवान जमीन पर बैठे कर्मी की जैकेट लेते हैं और मधुमक्खियों को भगाना शुरू करते हैं।

जैकेट उठते ही जमीन पर बैठा व्यक्ति उठता है और पास आई गाड़ी में घुस जाता है। इसके साथ ही गाड़ी चल देती है। इसके बाद जमीन पर बैठे व्यक्ति को छोड़कर मधुमक्खियां CISF के जवानों के पीछे पड़ जाती हैं। CISF जवान उसी जैकेट को झटकते हुए वहां से निकलते हैं और मधुमक्खियों से अपना पीछा छुड़ाते हैं।


डॉक्टर बोले- कर्मी खतरे से बाहर कपड़ा ओढ़कर जमीन पर बैठे व्यक्ति नंद किशोर विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण के पॉलिटिकल सेक्रेटरी हैं। उन्हें मधुमक्खियों ने कई डंक मारे थे, जिससे उन्हें सूजन आई। इसके तुरंत बाद ही उन्हें चंडीगढ़ स्थित एमएलए हॉस्टल डिस्पेंसरी में भर्ती करवा दिया गया था।

डॉक्टर ने बताया कि नंद किशोर की हालत खतरे से बाहर है। मधुमक्खियों के विष के असर को खत्म करने के लिए उन्हें दवा दी गई है।

घायल ने CISF जवानों का धन्यवाद किया इस पर नंद किशोर ने कहा, "मधुमक्खियों के हमले के दौरान कॉन्स्टेबल सुलेमान खान और क्विक रिस्पांस टीम के हेड कॉन्स्टेबल विजय कुमार मौके पर मौजूद थे। उन्होंने ही मुझे बमुश्किल बचाकर निकाला और गाड़ी तक पहुंचाया। वहीं से हम सीधे एमएलए हॉस्टल की डिस्पेंसरी पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मेरा इलाज किया"।

नंद किशोर ने आगे बताया कि अब उनकी हालत ठीक है। उन्होंने CISF जवानों का धन्यवाद भी किया है।

सचिवालय में 1 हजार कर्मचारी कार्यरत बता दें कि हरियाणा और पंजाब सिविल सचिवालय में एक हजार के करीब कर्मचारी और अधिकारी कार्यरत हैं। सुबह 10 बजे के करीब यहां के ऑफिस खुलते हैं। इसके बाद लंच के दौरान सभी कर्मचारी सचिवालय कैंपस में टहलने के लिए निकलते हैं।

यहां देर शाम तक अधिकारी और कर्मचारी काम करते हैं। मधुमक्खियों को लेकर कर्मचारी अधिकारी एसोसिएशन के पदाधिकारी बताते हैं कि पहले भी कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया।


मधुमक्खियों के काटने से कौन सा पॉइजन फैलता है 

जानकारी के मुताबिक, मधुमक्खियों के डंक में मेलिटिन पॉइजन होता है, जो प्रोटीन से बना है। यह शरीर में दर्द, सूजन और जलन पैदा करता है। अगर व्यक्ति को एलर्जी हो तो एनाफिलेक्टिक शॉक का कारण बन सकता है। यह जानलेवा साबित होता है।


कितना खतरनाक है मेलिटिन पॉइजन मेलिटिन अधिकतर मामलों में हल्की परेशानी का कारण बनता है, जैसे- दर्द, सूजन और लाल चकत्ते। हालांकि, जिन लोगों को मधुमक्खी के डंक से एलर्जी होती है, उनके लिए यह गंभीर समस्या बन सकती है। एक मधुमक्खी का डंक आमतौर पर खतरनाक नहीं होता, लेकिन कई मधुमक्खियां डंक मारे तो गंभीर स्थिति बन सकती है।


एक बार में कितने लोगों को डंक मार सकती है 

मधुमक्खियां एक बार में एक ही व्यक्ति को डंक मार सकती है, क्योंकि डंक मारने के बाद उनका विष समाप्त हो जाता है और वह अक्सर मर जाती है। मधुमक्खी करीब 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकती है।



आप देख रहे हैं

                               प्रदेश पत्रिका 



Comments

Popular posts from this blog

नेपा लिमिटेड में ज्ञानेश्वर खैरनार को संपदा अधिकारी नियुक्त किया गया.!

                प्रदेश पत्रिका:- केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के उपक्रम नेपा लिमिटेड में वरिष्ठ प्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशासन) ज्ञानेश्वर खैरनार को लोक परिसर (अनधिकृत अधिभोगियों की बेदखली) अधिनियम-1971 के अंतर्गत टाउनशिप प्रशासक नियुक्त किया गया हैं। वे उक्त अधिनियम की धारा 3 के तहत संपदा अधिकारी के दायित्व का निर्वहन करेंगें। ज्ञात हो कि, नेपा लिमिटेड में पिछले लगभग एक वर्ष से यह पद रिक्त था। इस नियुक्ति के साथ, ज्ञानेश्वर खैरनार लोक परिसर अधिनियम के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करेंगे और इसके अधीन अधिरोपित कर्तव्यों का पालन करेंगे। इस नियुक्ति पर सीएमडी राकेश कुमार चोखानी सहित पूरे नेपा लिमिटेड परिवार ने ज्ञानेश्वर खैरनार को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।      आप देख रहे हैं 👇

नगर में नगर पालिका अध्यक्ष पति विनोद पाटिल और पार्षद पति कैलाश पटेल में मनमुटाव की चर्चा।

 वार्ड क्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल ने नगर पालिका से स्वच्छता मिशन के अंतर्गत हुई खरीदी का पूरा विवरण। वार्डक्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल प्रदेश पत्रिका:- नेपानगर, दिनांक 18 मार्च 2025 - नगर पालिका परिषद नेपानगर के वार्ड क्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल ने नगर पालिका प्रशासन से वर्ष 2023 और 2024 में स्वच्छता मिशन के तहत खरीदे गए सभी उपकरणों का लिखित ब्यौरा देने की मांग की है। नगर पालिका द्वारा स्वच्छता अभियान  के तहत हर साल लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन नगर में सफाई व्यवस्था में अपेक्षित सुधार नहीं दिख रहा है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि पिछले दो वर्षों में स्वच्छता मिशन के तहत कितनी राशि खर्च हुई, किन-किन उपकरणों की खरीदी हुई, उनकी गुणवत्ता क्या है, वे वर्तमान में कहां उपयोग हो रहे हैं, और उनके रखरखाव की क्या व्यवस्था है। पार्षद सपना कैलाश पटेल  ने प्रशासन को एक आधिकारिक पत्र सौंपकर यह जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नगर के नागरिकों को यह जानने का हक है कि स्वच्छता अभियान के लिए दिए गए सरकारी बजट का सही उपयोग हुआ ह...

8 फरवरी से राशन कार्ड धारकों को मिलेगा बड़ा फायदा! जानें नया नियम!

भारत सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जो 8 फरवरी 2025 से लागू हो रही है। इस योजना का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राहत प्रदान करना और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस नई पहल के तहत, राशन कार्ड धारकों को न केवल मुफ्त राशन मिलेगा, बल्कि उन्हें हर महीने आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। यह योजना देश के करोड़ों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। इस लेख में, हम आपको इस योजना के सभी पहलुओं की जानकारी देंगे, जैसे कि इसके लाभ, पात्रता मानदंड, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन प्रक्रिया। साथ ही, हम यह भी समझेंगे कि यह नया नियम किस तरह से राशन वितरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाएगा। राशन कार्ड योजना 2025 का मुख्य विवरण नीचे दिए गए टेबल में इस योजना का एक संक्षिप्त अवलोकन प्रस्तुत किया गया है:  योजना के लाभ इस नई योजना के तहत लाभार्थियों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं मिलेंगी: मुफ्त राशन: पात्र परिवारों को हर महीने मुफ्त अनाज (चावल और गेहूं) मिलेगा। आर्थिक सहायता: प्रत्येक परिवार को हर महीने ₹1000 की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएग...