विधानसभा स्पीकर के सेक्रेटरी पर मधुमक्खियों का हमला:हरियाणा सचिवालय में CISF कर्मियों ने बचाया; जैकेट छोड़ गाड़ी से भागना पड़ा
हरियाणा सचिवालय में मधुमक्खियों के हमले से कर्मचारियों को बचाते CISF के जवान।
हरियाणा सचिवालय परिसर में मंगलवार दोपहर को मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इस दौरान पूरे सचिवालय में अफरातफरी मच गई। मधुमक्खियों ने कर्मचारियों पर हमला किया तो कई कर्मी कपड़ा ओढ़कर जमीन पर बैठ गए। इस दौरान विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण के पॉलिटिकल सेक्रेटरी को मधुमक्खियों ने डंक मार दिया।
मौके पर तैनात CISF के जवानों ने उन्हें बचाया। जवानों ने जैकेट लेकर मधुमक्खियों को भगाया था। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि कर्मी को छोड़कर मधुमक्खियां CISF जवानों के भी पीछे पड़ गई थीं। उन्होंने दौड़कर अपने आप को बचाया।
मधुमक्खियों के हमले के PHOTOS...
हरियाणा सचिवालय में मधुमक्खियों से बचाव के लिए एक कर्मचारी कपड़ा ओढ़कर जमीन पर बैठ गया।
जमीन पर जैकेट ओढ़े व्यक्ति को मधुमक्खियों से बचाने की कोशिश करता जवान।
डॉक्टर ने बताया कि नंद किशोर की हालत खतरे से बाहर है। मधुमक्खियों के विष के असर को खत्म करने के लिए उन्हें दवा दी गई है।
घायल ने CISF जवानों का धन्यवाद किया इस पर नंद किशोर ने कहा, "मधुमक्खियों के हमले के दौरान कॉन्स्टेबल सुलेमान खान और क्विक रिस्पांस टीम के हेड कॉन्स्टेबल विजय कुमार मौके पर मौजूद थे। उन्होंने ही मुझे बमुश्किल बचाकर निकाला और गाड़ी तक पहुंचाया। वहीं से हम सीधे एमएलए हॉस्टल की डिस्पेंसरी पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मेरा इलाज किया"।
नंद किशोर ने आगे बताया कि अब उनकी हालत ठीक है। उन्होंने CISF जवानों का धन्यवाद भी किया है।
सचिवालय में 1 हजार कर्मचारी कार्यरत बता दें कि हरियाणा और पंजाब सिविल सचिवालय में एक हजार के करीब कर्मचारी और अधिकारी कार्यरत हैं। सुबह 10 बजे के करीब यहां के ऑफिस खुलते हैं। इसके बाद लंच के दौरान सभी कर्मचारी सचिवालय कैंपस में टहलने के लिए निकलते हैं।
यहां देर शाम तक अधिकारी और कर्मचारी काम करते हैं। मधुमक्खियों को लेकर कर्मचारी अधिकारी एसोसिएशन के पदाधिकारी बताते हैं कि पहले भी कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
मधुमक्खियों के काटने से कौन सा पॉइजन फैलता है
जानकारी के मुताबिक, मधुमक्खियों के डंक में मेलिटिन पॉइजन होता है, जो प्रोटीन से बना है। यह शरीर में दर्द, सूजन और जलन पैदा करता है। अगर व्यक्ति को एलर्जी हो तो एनाफिलेक्टिक शॉक का कारण बन सकता है। यह जानलेवा साबित होता है।
कितना खतरनाक है मेलिटिन पॉइजन मेलिटिन अधिकतर मामलों में हल्की परेशानी का कारण बनता है, जैसे- दर्द, सूजन और लाल चकत्ते। हालांकि, जिन लोगों को मधुमक्खी के डंक से एलर्जी होती है, उनके लिए यह गंभीर समस्या बन सकती है। एक मधुमक्खी का डंक आमतौर पर खतरनाक नहीं होता, लेकिन कई मधुमक्खियां डंक मारे तो गंभीर स्थिति बन सकती है।
एक बार में कितने लोगों को डंक मार सकती है
मधुमक्खियां एक बार में एक ही व्यक्ति को डंक मार सकती है, क्योंकि डंक मारने के बाद उनका विष समाप्त हो जाता है और वह अक्सर मर जाती है। मधुमक्खी करीब 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकती है।
Comments
Post a Comment