खंडवा में बेटी से दुष्कर्म करने वाले कैदी ने जेल में लगाई फांसी, कोर्ट ने सुनाई थी आजीवन कारावास की सजा
मध्य प्रदेश के खंडवा जिला जेल में 11 वर्षीय पुत्री से दुष्कर्म के दोषी बंदी ने मंगलवार शाम फांसी लगाकर जान दे दी। बैरक के पाइप से पायजामा का नाड़ा बांधकर उसने फांसी लगाई। प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। बंदी को सात मार्च को न्यायालय ने अपनी पुत्री से दुष्कर्म के अपराध में दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
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खंडवा में बेटी से दुष्कर्म करने वाले कैदी ने जेल में लगाई फांसी (फोटो- जेएनएन) |
HighLights
- राष्ट्रीय मानव अधिकार की टीम के निरीक्षण में अधिकारी व्यस्त थे
- पैजामे के नाड़े से फंदा बनाकर लगाई फांसी
- नाबालिग बेटी से दुष्कर्म पर चार दिन पहले न्यायालय ने दी थी आजीवन कारावास की सजा
जेएनएन, खंडवा। घर में अकेली 11 वर्षीय पुत्री से दुष्कर्म करने वाले 45 वर्षीय पिता ने मंगलवार शाम जिला जेल में फांसी लगाकर जान दे दी। दुष्कर्मी पिता को सात मार्च को न्यायालय ने दोहरा आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
गुरुवार दोपहर करीब 4:30 बजे जिला जेल में दिल्ली से राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की एक टीम किसी प्रकरण में जांच के लिए आई हुई थी, बताया जाता है कि अधिकारी इसमें व्यस्त थे, इसी दौरान जेल में बैरक के पीछे पाइप से पैजामे का नाड़ा बांधकर बंदी ने फांसी लगा कर जान दे दी।
कोर्ट ने सुनाई थी सजा
वर्ष 2021 से जेल में बंद दुष्कर्मी को चार दिन पहले ही न्यायालय ने अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म के मामले में मौत होने तक दोहरे कारावास की सजा सुनाई थी। प्रशासन इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। रात 9:30 बजे बंदी के शव को जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रात में ही चिकित्सकों की पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा। मजिस्टेट द्वारा मृतक के स्वजनों के बयान दर्ज किए है।
बैरक खुलने का था बंदी को इंतजार
घटना के संबंध में जेल अधीक्षक अदिति चतुर्वेदी ने बताया किसात मार्च को विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट ने आरोपित पिता को बेटी से दुष्कर्म के मामले में दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। दोपहर 4:30 बजे बैरक खुलने पर बंदी ने पीछे जाकर पाइप पर नाड़ा बांध कर फांसी लगा ली। इस दौरान दिल्ली से आई मानव
अधिकार आयोग की टीम भी जेल में मौजूद थी।
कोतवाली थाना प्रभारी अशोक चौहान ने बताया कि जेल में बंदी द्वारा आत्महत्या करने पर मर्ग कायम किया गया है। शव को जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मजिस्ट्रेट द्वारा मृतक के जीजा के बयान दर्ज किए हैं। पोस्टमार्टम उपरांत सुबह शव गांव ले जाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
डीएनए जांच से हुई थी दुष्कर्म की पुष्टि
जावर थाना अंतर्गत छह जुलाई 2021 की रात रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना ने सब को दहला दिया था। घटना दिवस पीड़िता की मां और पिता में विवाद हुआ था। इससे नाराज होकर बालिका की मां उसके छोटे भाई को लेकर मायके चली गई थी। घर पर नाबालिग बेटी अकेली थी। रात्रि के लगभग नौ बजे सो रही थी, तब पिता ने उसके साथ जबरदस्ती बलात्कार किया था।
इस घटना की सूचना पर थाना जावर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था। मामले की जांच के दौरान बालिका की मौत हो गई थी। इसलिए उसके कथन न्यायालय में नहीं हो सके थे। बालिका की मां ने घटना का समर्थन नहीं किया था।
पुलिस द्वारा डीएनए जांच में बालिका से आरोपित पिता द्वारा बलात्संग की पुष्टि हुई थी। इस कृत्य की पुष्टि होने पर न्यायालय ने आरोपित को शेष प्राकृत जीवन काल के लिए कारावास और अर्थदंड से दंडित किया था।
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