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पीएम आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री विजय शर्मा के बीच हुई तीखी बहस, विपक्ष ने किया वाकआउट

 



पीएम आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री विजय शर्मा के बीच हुई तीखी बहस, विपक्ष ने किया वाकआउट

रायपुर। विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना का मुद्दा गूंजा। विषय पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री विजय शर्मा के बीच तीखी बहस हुई। जवाब नहीं मिलने से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन किया। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने पीएम आवास का मुद्दा उठाते हुए कहा- आपके आंकड़े कह रहे पिछली सरकार में भी काम हुए हैं। वहीं इस दौरान सदन में गहमागहमी का माहौल देखने को मिला।  


पिछली सरकार ने लोगों को आवास से वंचित किया': डिप्टी सीएम विजय शर्मा


पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा- 11 लाख निर्मित आवासों की संख्या है, क्या इसी में 18 लाख आवास दिए जाएंगे। जिसके जवाब में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा- छत्तीसगढ़ के लोगों को आवास से पिछली सरकार ने वंचित किया है। हमारी सरकार में 6 लाख 99 हजार आवास दिए गए हैं। आगे पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने डिप्टी सीएम पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि, प्रश्नकाल में मंत्री प्रवचन दे रहे हैं। इसके बाद मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने वाकआउट किया। 


CGMSC का गूंजा मुद्दा:


CGMSC का मुद्दा गूंजा विधायक अजय चंद्राकर ने रीएजेंट सप्लाई का मुद्दा उठाया. उपकरण सप्लाई की दरों को लेकर जानकारी मांगी, मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने जानकारी दी.  


मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि 2024-25 में 120 करोड़ का प्रावधान था 385 करोड़ की खरीदी कर ली गई. विभागीय जांच की गई, बाद में मामले को EOW को दिया गया, जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. बगैर राशि के खरीदी को लेकर अजय चंद्राकर ने सवाल उठाते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी जानकारी मांगी.  


मोक्षित कॉर्पोरेशन में गड़बड़ी का मुद्दा उठा : 


जिसपर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा- हमने जांच रिपोर्ट मंगाई, 15 अफसरों के खिलाफ EOW को हमने जांच सौंपा है. अजय चंद्राकर ने पूछा मोक्षित कॉर्पोरेशन ने क्या गड़बड़ी की है. मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा बगैर मांग के सप्लाई की, तय दर से कई गुणा अधिक कीमत पर सामानों की आपूर्ति की गई. प्रथम दृष्टया सप्लायर को जेल में डाला गया है, जांच जारी है. 


प्रश्नकाल में उठा डॉक्टरों के रिक्त पदों का मुद्दा :


विधायक संगीता सिन्हा ने बालोद चिकित्सालय में रिक्त पदों का मुद्दा उठाते हुए कहा अगर डॉक्टर ही नहीं तो अस्पताल बंद कर दीजिए, सुविधाएं नहीं होने की वजह से महिलाओं की मौत हो जाती है. विधायक की मांग पर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने घोषणा की. बालोद जिला चिकित्सालय में एक एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाएगा.





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