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MP में फैली अफवाह! मुगलकालीन खजाना लूटने के लिए टूट पड़े लोग, रातभर खोजते रहे सोने-चांदी के सिक्के

 Burhanpur :- हालिया रिलीज फिल्म छावा में बुरहानपुर का जिक्र है. वहीं इन दिनों मुगलकालीन खजाने को लेकर इस इलाके में अफवाह भी है. कुछ लोगों को धातुओं के सिक्के मिलने के बाद कई गांव के लोग असीरगढ़ में रात भर साेने-चांदी के सिक्के खोज रहे हैं.

बुरहानपुर में खजाने की खोज


बुरहानपुर के असीरगढ गांव के एक खेत में एक बार फिर जमीन से मुगलकालीन सोने-चांदी के सिक्के निकलने की अफवाह फैल गई. अफवाह के चलते रात के समय आधा दर्जन से अधिक गांव के लोग इस खेत में खुदाई के लिए कैंपिंग कर रहे हैं. स्थानीय नागरिकों का दावा है लोगों को सिक्के मिल रहे हैं. जबकि प्रशासन इसमें लापरवाही बरत रहा है, इतिहास के जानकारों के अऩुसार बुरहानपुर से सिक्के निकलना कोई नई बात नहीं है. अगर वाकई में खेत से मुगलकालीन सिक्के निकल रहे तो प्रशासन ने निगरानी कर ऐसे सिक्कों को अपने कब्जे में लेना चाहिए. विपक्षी दल कांग्रेस ने भी पुलिस और प्रशासन से मांग कि है इससे पहले कि कोई अनहोनी हो, इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए. अब पुलिस प्रशासन मामले की जांच कर खेत में इस तरह जमा होने पर प्रतिबंध लगाने की बात कह रहा है. बता दें कि इन दिनों चर्चा में चल रही फिल्म छावा में भी बुरहानपुर का जिक्र है. यह मूवी मुगलकाल की कहानी बयां कर रही है.


कहां का है मामला?

बुरहानपुर जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर असीरगढ गांव इन दिनों नेशनल हाईवे निर्माण के लिए खुदाई का काम चल रहा है. कुछ दिन पहले एक दरगाह के पास निर्माण कंपनी के जेसीबी ने मिट्टी खोद कर किसी हारून शेख के खेत में डंप कर दी थी. इसके बाद यहां काम करने वाले मजदूरों को ऐतिहासिक धातु के कुछ सिक्के मिले. फिर क्या था? पूरे गांव और आसपास यह अफवाह फैल गई कि खेत से सिक्के निकल रहे हैं.

"अब इस खेत पर आसापस के आधा दर्जन से अधिक गांव के लोग रोजाना इस खेत में रात के समय आ रहे हैं और सिक्के मिलने की आस में खुदाई कर रहे है. साथ में अपने मेटल डिटेक्टर यंत्र भी ला रहे हैं. स्थानीय नागरिकों को दावा है लोगों को खुदाई में सिक्के भी मिल रहे हैं"

 इतिहासकारों की माने तो बुरहानपुर मुगलकाल में काफी समृद्ध था. शालिकराम चौधरी कहते हैं कि यहां सिक्के बनाने की टकसाल भी थी, लोग अपना खजाना जमीन में दबा देते थे, लिहाजा इससे इंकार नहीं किया जा सकता कि जमीन के नीचे से धन मिल रहा है. इतिहासकारों का कहना है कि जिला प्रशासन को इस दिशा में गंभीरता से लेना चाहिए और जिन्होंने मुगलकालीन सिक्के हासिल किए है उसकी जांच करने के बाद, उसे जब्त सरकार खजाने में जमा करना चाहिए.

कांग्रेस ने सतर्क किया

विपक्षी दल कांग्रेस के नेता अजय सिंह रघुवंशी का भी कहना है सिक्के मिलने की अफवाह पर रात के समय इतनी बड़ी संख्या में लोगों का जमा होना चिंताजनक है. जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को इस पर रोक लगानी चाहिए और अगर वाकई में किसी को मुगलकालीन सिक्के मिले हो तो इसकी जांच कर सिक्के अपने कब्जे में लेना चाहिए.

अजय सिंह रघुवंशी


पुलिस का क्या कहना है?

मामले की जानकारी मीडिया ने जिले के पुलिस कप्तान देवेंद्र पाटीदार को बताई तो उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी ले रहे हैं. अगर किसी खेत में लोग इस तरह एक साथ इस तरह की गतिविधी कर रहे है तो इस पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.


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