Skip to main content

मध्य प्रदेश: सौरभ राजपूत कांड के बाद ग्वालियर में पति ने पत्नी से बताया खतरा, पुलिस से लगाई गुहार

 मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड के बाद मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अनिल जोशी ने पत्नी पूजा से अपनी जान को खतरा बताया। जनसुनवाई में पुलिस को दी शिकायत, सोशल मीडिया पर संबंधों का खुलासा।

ग्वालियर में पति ने पत्नी से बताया खतरा

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड का असर अब पति-पत्नी के रिश्तों पर साफ दिखाई दे रहा है। मंगलवार को ग्वालियर एसपी की जनसुनवाई में डबरा का रहने वाला अनिल जोशी अपनी जान को खतरे की आशंका लेकर पहुंचा। उसने अपनी पत्नी पूजा जोशी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसे अपनी पत्नी से ही डर लग रहा है। अनिल का कहना है कि पूजा पिछले पांच महीने से अपनी दोनों मासूम बेटियों को छोड़कर मायके में रह रही है और घर से सोने-चांदी के जेवर व दो लाख रुपये भी साथ ले गई है। इस मामले ने न केवल अनिल को परेशान कर दिया है, बल्कि मेरठ की घटना के बाद रिश्तों में बढ़ते अविश्वास को भी उजागर किया है।

अनिल जोशी की आपबीती: पत्नी से डर और रिश्तों में दरार

अनिल जोशी ने जनसुनवाई में पुलिस को बताया कि जब वह अपनी पत्नी पूजा को वापस लाने के लिए सत्यनारायण की टेकरी स्थित उसके मायके गया, तो पूजा ने उसे धमकाकर भगा दिया। उसने अनिल को चेतावनी दी कि अगर वह दोबारा उसे लेने आया, तो इसका अंजाम बुरा होगा। अनिल ने पुलिस को पत्नी की मोबाइल चैट्स भी दिखाईं, जिनमें पूजा के कई लोगों से संबंध होने के संकेत मिलते हैं। अनिल का कहना है कि उसकी शादी सामूहिक विवाह सम्मेलन में पूजा से हुई थी। शुरुआती दिनों में सब ठीक था, दोनों की दो बेटियां भी हुईं, लेकिन बाद में पूजा अपने ट्रक ड्राइवर पति से नाखुश रहने लगी।

अनिल के मुताबिक, पूजा ने फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए कई लोगों से संपर्क बनाए। अब ये लोग उसे अनिल से रिश्ता तोड़ने की सलाह दे रहे हैं। अनिल को डर है कि कहीं उसका हाल भी मेरठ के सौरभ राजपूत जैसा न हो जाए, जहां पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर सौरभ की हत्या कर उसके शव के 15 टुकड़े कर डाले और उन्हें प्लास्टिक के ड्रम में पैक कर दिया था।

मेरठ का सौरभ राजपूत कांड: एक भयावह मिसाल

मेरठ में हुए सौरभ राजपूत हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। सौरभ की पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। इस घटना के बाद से पति-पत्नी के रिश्तों में अविश्वास और डर का माहौल बढ़ता जा रहा है। अनिल जोशी जैसे लोग अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। अनिल ने पुलिस से गुहार लगाई कि वह उसकी जान बचाए, क्योंकि उसे लगता है कि पूजा और उसके संपर्क में रहने वाले लोग उसके खिलाफ कोई साजिश रच सकते हैं।

पुलिस का रुख: दोनों पक्षों को बुलाकर होगी समझाइश

इस मामले में महिला थाना प्रभारी ने कहा कि अनिल की शिकायत मिलने के बाद दोनों पक्षों को बुलाकर समझाइश की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता को समझ रही है और उचित कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, हैरानी की बात यह है कि कुछ दिन पहले ही पूजा ने अनिल के खिलाफ प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन अनिल का दावा है कि वह अपनी पत्नी को कभी परेशान नहीं करता, बल्कि उल्टा पूजा की हरकतों से वह खुद डरा हुआ है।

रिश्तों में बढ़ता अविश्वास: सोशल मीडिया की भूमिका

यह मामला केवल अनिल और पूजा तक सीमित नहीं है। आज के दौर में सोशल मीडिया रिश्तों में दरार डालने का बड़ा कारण बन रहा है। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर लोग आसानी से नए रिश्ते बना लेते हैं, जो कई बार वैवाहिक जीवन में तनाव का कारण बन जाता है। अनिल का कहना है कि पूजा के व्यवहार में बदलाव तब आया, जब उसने सोशल मीडिया पर लोगों से बातचीत शुरू की। अब वह अपने पति और बच्चों से ज्यादा इन नए रिश्तों को तवज्जो दे रही है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?


मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि सोशल मीडिया और बदलते सामाजिक परिवेश ने रिश्तों की नींव को कमजोर किया है। जहां पहले छोटी-मोटी बातें घर में सुलझा ली जाती थीं, वहीं अब लोग अपनी परेशानियां बाहर ले जा रहे हैं। मेरठ और ग्वालियर जैसे मामले इस बात का सबूत हैं कि रिश्तों में संवाद की कमी और बाहरी प्रभाव कितना खतरनाक हो सकता है।



    आप देख रहे हैं 👇



Comments

Popular posts from this blog

नेपा लिमिटेड में ज्ञानेश्वर खैरनार को संपदा अधिकारी नियुक्त किया गया.!

                प्रदेश पत्रिका:- केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के उपक्रम नेपा लिमिटेड में वरिष्ठ प्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशासन) ज्ञानेश्वर खैरनार को लोक परिसर (अनधिकृत अधिभोगियों की बेदखली) अधिनियम-1971 के अंतर्गत टाउनशिप प्रशासक नियुक्त किया गया हैं। वे उक्त अधिनियम की धारा 3 के तहत संपदा अधिकारी के दायित्व का निर्वहन करेंगें। ज्ञात हो कि, नेपा लिमिटेड में पिछले लगभग एक वर्ष से यह पद रिक्त था। इस नियुक्ति के साथ, ज्ञानेश्वर खैरनार लोक परिसर अधिनियम के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करेंगे और इसके अधीन अधिरोपित कर्तव्यों का पालन करेंगे। इस नियुक्ति पर सीएमडी राकेश कुमार चोखानी सहित पूरे नेपा लिमिटेड परिवार ने ज्ञानेश्वर खैरनार को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।      आप देख रहे हैं 👇

नगर में नगर पालिका अध्यक्ष पति विनोद पाटिल और पार्षद पति कैलाश पटेल में मनमुटाव की चर्चा।

 वार्ड क्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल ने नगर पालिका से स्वच्छता मिशन के अंतर्गत हुई खरीदी का पूरा विवरण। वार्डक्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल प्रदेश पत्रिका:- नेपानगर, दिनांक 18 मार्च 2025 - नगर पालिका परिषद नेपानगर के वार्ड क्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल ने नगर पालिका प्रशासन से वर्ष 2023 और 2024 में स्वच्छता मिशन के तहत खरीदे गए सभी उपकरणों का लिखित ब्यौरा देने की मांग की है। नगर पालिका द्वारा स्वच्छता अभियान  के तहत हर साल लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन नगर में सफाई व्यवस्था में अपेक्षित सुधार नहीं दिख रहा है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि पिछले दो वर्षों में स्वच्छता मिशन के तहत कितनी राशि खर्च हुई, किन-किन उपकरणों की खरीदी हुई, उनकी गुणवत्ता क्या है, वे वर्तमान में कहां उपयोग हो रहे हैं, और उनके रखरखाव की क्या व्यवस्था है। पार्षद सपना कैलाश पटेल  ने प्रशासन को एक आधिकारिक पत्र सौंपकर यह जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नगर के नागरिकों को यह जानने का हक है कि स्वच्छता अभियान के लिए दिए गए सरकारी बजट का सही उपयोग हुआ ह...

8 फरवरी से राशन कार्ड धारकों को मिलेगा बड़ा फायदा! जानें नया नियम!

भारत सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जो 8 फरवरी 2025 से लागू हो रही है। इस योजना का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राहत प्रदान करना और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस नई पहल के तहत, राशन कार्ड धारकों को न केवल मुफ्त राशन मिलेगा, बल्कि उन्हें हर महीने आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। यह योजना देश के करोड़ों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। इस लेख में, हम आपको इस योजना के सभी पहलुओं की जानकारी देंगे, जैसे कि इसके लाभ, पात्रता मानदंड, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन प्रक्रिया। साथ ही, हम यह भी समझेंगे कि यह नया नियम किस तरह से राशन वितरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाएगा। राशन कार्ड योजना 2025 का मुख्य विवरण नीचे दिए गए टेबल में इस योजना का एक संक्षिप्त अवलोकन प्रस्तुत किया गया है:  योजना के लाभ इस नई योजना के तहत लाभार्थियों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं मिलेंगी: मुफ्त राशन: पात्र परिवारों को हर महीने मुफ्त अनाज (चावल और गेहूं) मिलेगा। आर्थिक सहायता: प्रत्येक परिवार को हर महीने ₹1000 की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएग...