Skip to main content

EPFO Scheme: हर प्राइवेट कर्मचारी को मिलेगी ₹9000 मासिक पेंशन? जानिए EPFO स्कीम की असली सच्चाई

 


EPFO Scheme (ईपीएफओ योजना) : हम सभी चाहते हैं कि जब हमारी नौकरी की उम्र पूरी हो जाए, तब भी हमारी जिंदगी आराम से कटे। लेकिन प्राइवेट नौकरी करने वालों के लिए यह एक बड़ी चिंता होती है – रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी कैसे चलेगी? ऐसे में जब यह सुनने को मिलता है कि EPFO स्कीम के तहत हर कर्मचारी को ₹9000 की मासिक पेंशन मिल सकती है, तो जाहिर है कि उम्मीदें भी बढ़ जाती हैं। लेकिन क्या ये दावा सच है या सिर्फ एक अफवाह? आइए, इस लेख में हम EPFO स्कीम की पूरी हकीकत, नियम, फायदे और सीमाएं एकदम आसान भाषा में समझते हैं।

Table of Contents

  1. EPFO Scheme क्या है और यह कैसे काम करता है?
  2. ईपीएफओ योजना : ₹9000 पेंशन की सच्चाई क्या है?
  3. EPS में पेंशन कैसे कैलकुलेट होती है?
  4. ध्यान देने योग्य बातें:
  5. EPS पेंशन बढ़ाने के विकल्प
  6. EPFO में हाई पेंशन का ऑप्शन
  7. EPFO पेंशन की सीमाएं
  8. टेबल: EPS पेंशन का अनुमान (सेवा अवधि और पेंशन योग्य वेतन के आधार पर)
  9. मेरा अनुभव और सलाह
  10.  क्या हर कर्मचारी को ₹9000 पेंशन मिलती है?

EPFO Scheme क्या है और यह कैसे काम करता है?


EPFO यानी Employees’ Provident Fund Organisation, भारत सरकार की एक संस्था है जो कर्मचारियों की रिटायरमेंट से जुड़ी सेवाओं को मैनेज करती है। इसके तहत मुख्य रूप से तीन योजनाएं आती हैं:

  • EPF (Provident Fund): जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों एक तय रकम जमा करते हैं।
  • EPS (Pension Scheme): जो रिटायरमेंट के बाद मासिक पेंशन के लिए होती है।
  • EDLI (Insurance): जिसमें कर्मचारी की मृत्यु पर नॉमिनी को बीमा राशि मिलती है।
EPS यानी Employee Pension Scheme का मकसद यही होता है कि रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी को हर महीने एक निश्चित पेंशन मिल सके।


ईपीएफओ योजना : ₹9000 पेंशन की सच्चाई क्या है?


कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि EPFO की स्कीम के तहत हर प्राइवेट कर्मचारी को ₹9000 मासिक पेंशन मिलेगी। लेकिन हकीकत यह है कि:

  • EPS के तहत अधिकतम पेंशन ₹7500 से ₹9000 तक ही मिलती है, वह भी कुछ शर्तों के साथ।
  • यह पेंशन कर्मचारी के कार्यकाल, वेतन और EPS में किए गए योगदान पर निर्भर करती है।
  • कोई कर्मचारी तभी पात्र होता है जब उसने न्यूनतम 10 साल की सर्विस पूरी की हो।
एक उदाहरण से समझते हैं:

मान लीजिए किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹15,000 है और उसने 25 साल तक EPS में योगदान दिया है, तो उसकी अनुमानित मासिक पेंशन ₹3,000 से ₹4,000 के बीच हो सकती है।


EPS में पेंशन कैसे कैलकुलेट होती है?


EPS पेंशन की गणना एक फॉर्मूले के आधार पर की जाती है:

पेंशन = (पेंशन योग्य वेतन × सेवा अवधि) ÷ 70

  • पेंशन योग्य वेतन अधिकतम ₹15,000 ही माना जाता है, भले ही आपकी सैलरी इससे ज्यादा हो।
  • उदाहरण के लिए, यदि किसी ने 30 साल सर्विस की है:

पेंशन = (₹15,000 × 30) ÷ 70 = ₹6428.57 प्रति माह


ध्यान देने योग्य बातें:


  • यदि सर्विस 10 साल से कम है, तो पेंशन नहीं मिलती।
  • 58 वर्ष की उम्र के बाद ही पेंशन मिलती है (कुछ मामलों में 50 से भी मिल सकती है पर पेंशन में कटौती होती है)।

EPS पेंशन बढ़ाने के विकल्प


यदि आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद अच्छी खासी पेंशन मिले, तो कुछ विकल्प अपनाए जा सकते हैं:

  • EPF के अलावा NPS (National Pension Scheme) में निवेश करें।
  • PPF (Public Provident Fund) जैसी योजनाएं भी लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देती हैं।
  • निजी निवेश जैसे म्यूचुअल फंड, SIP आदि भी रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए मददगार हैं।

EPFO में हाई पेंशन का ऑप्शन


हाल ही में EPFO ने उन कर्मचारियों को हाई पेंशन का विकल्प दिया था, जिन्होंने 1995 से पहले EPS में योगदान देना शुरू किया था और जिनकी बेसिक सैलरी ₹15,000 से ज्यादा थी। उनके पास यह ऑप्शन था कि वे EPF से अतिरिक्त योगदान EPS में ट्रांसफर करवा कर पेंशन बढ़ा सकते हैं।

एक रियल लाइफ केस:


दिल्ली में काम करने वाले रमेश जी, जो 1992 से प्राइवेट कंपनी में कार्यरत थे, उन्होंने हाई पेंशन स्कीम के तहत EPF से करीब ₹5 लाख EPS में ट्रांसफर किए। अब उन्हें लगभग ₹8000 मासिक पेंशन मिल रही है। हालांकि इसके लिए लंबी प्रक्रिया और दस्तावेज़ों की ज़रूरत पड़ी।

और देखें : EPS-95 पेंशन में बड़ा सुधार

EPFO पेंशन की सीमाएं


EPS स्कीम में कुछ सीमाएं भी हैं जिन्हें समझना जरूरी है:

  • पेंशन राशि बहुत ज्यादा नहीं होती।
  • सैलरी चाहे जितनी भी हो, अधिकतम ₹15,000 तक की ही गिनती होती है।
  • यदि कर्मचारी की मृत्यु हो जाए, तो पेंशन सीमित मात्रा में फैमिली को ट्रांसफर होती है।

टेबल: EPS पेंशन का अनुमान (सेवा अवधि और पेंशन योग्य वेतन के आधार पर)

मेरी खुद की जॉब एक प्राइवेट कंपनी में है और मैंने 2016 से EPFO में योगदान देना शुरू किया। शुरुआत में मुझे लगा कि सिर्फ PF ही जमा हो रहा है, लेकिन जब मैंने EPS की डिटेल्स समझीं, तब मुझे पता चला कि इसका फायदा रिटायरमेंट में मिलेगा।

मैंने साथ ही NPS और SIP में भी निवेश शुरू किया है ताकि भविष्य में ₹8-10 हजार की मासिक पेंशन सुनिश्चित हो सके। मेरी सलाह यही है कि केवल EPS पर निर्भर न रहें – एक मल्टी-सोर्स पेंशन प्लानिंग करें।


 क्या हर कर्मचारी को ₹9000 पेंशन मिलती है?


नहीं। यह कहना कि “हर प्राइवेट कर्मचारी को ₹9000 पेंशन मिलेगी”, एक अधूरी और भ्रामक बात है। असल में पेंशन राशि आपकी सेवा अवधि, वेतन और EPS में योगदान पर निर्भर करती है।


महत्वपूर्ण बातें याद रखें:

  • EPS पेंशन पाने के लिए कम से कम 10 साल की नौकरी जरूरी है।
  • अधिकतम पेंशन ₹7500 से ₹9000 तक ही हो सकती है, वो भी खास परिस्थितियों में।
  • हाई पेंशन स्कीम में समय पर आवेदन और सही डॉक्यूमेंट जरूरी हैं।
  • इसलिए स्मार्ट प्लानिंग करें, और रिटायरमेंट के लिए केवल EPS पर निर्भर न रहें।
इसलिए स्मार्ट प्लानिंग करें, और रिटायरमेंट के लिए केवल EPS पर निर्भर न रहें।



                आप देख रहे हैं 👇


 

Comments

Popular posts from this blog

नेपा लिमिटेड में ज्ञानेश्वर खैरनार को संपदा अधिकारी नियुक्त किया गया.!

                प्रदेश पत्रिका:- केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के उपक्रम नेपा लिमिटेड में वरिष्ठ प्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशासन) ज्ञानेश्वर खैरनार को लोक परिसर (अनधिकृत अधिभोगियों की बेदखली) अधिनियम-1971 के अंतर्गत टाउनशिप प्रशासक नियुक्त किया गया हैं। वे उक्त अधिनियम की धारा 3 के तहत संपदा अधिकारी के दायित्व का निर्वहन करेंगें। ज्ञात हो कि, नेपा लिमिटेड में पिछले लगभग एक वर्ष से यह पद रिक्त था। इस नियुक्ति के साथ, ज्ञानेश्वर खैरनार लोक परिसर अधिनियम के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करेंगे और इसके अधीन अधिरोपित कर्तव्यों का पालन करेंगे। इस नियुक्ति पर सीएमडी राकेश कुमार चोखानी सहित पूरे नेपा लिमिटेड परिवार ने ज्ञानेश्वर खैरनार को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।      आप देख रहे हैं 👇

नगर में नगर पालिका अध्यक्ष पति विनोद पाटिल और पार्षद पति कैलाश पटेल में मनमुटाव की चर्चा।

 वार्ड क्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल ने नगर पालिका से स्वच्छता मिशन के अंतर्गत हुई खरीदी का पूरा विवरण। वार्डक्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल प्रदेश पत्रिका:- नेपानगर, दिनांक 18 मार्च 2025 - नगर पालिका परिषद नेपानगर के वार्ड क्रमांक 07 की पार्षद सपना कैलाश पटेल ने नगर पालिका प्रशासन से वर्ष 2023 और 2024 में स्वच्छता मिशन के तहत खरीदे गए सभी उपकरणों का लिखित ब्यौरा देने की मांग की है। नगर पालिका द्वारा स्वच्छता अभियान  के तहत हर साल लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन नगर में सफाई व्यवस्था में अपेक्षित सुधार नहीं दिख रहा है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि पिछले दो वर्षों में स्वच्छता मिशन के तहत कितनी राशि खर्च हुई, किन-किन उपकरणों की खरीदी हुई, उनकी गुणवत्ता क्या है, वे वर्तमान में कहां उपयोग हो रहे हैं, और उनके रखरखाव की क्या व्यवस्था है। पार्षद सपना कैलाश पटेल  ने प्रशासन को एक आधिकारिक पत्र सौंपकर यह जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नगर के नागरिकों को यह जानने का हक है कि स्वच्छता अभियान के लिए दिए गए सरकारी बजट का सही उपयोग हुआ ह...

8 फरवरी से राशन कार्ड धारकों को मिलेगा बड़ा फायदा! जानें नया नियम!

भारत सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जो 8 फरवरी 2025 से लागू हो रही है। इस योजना का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राहत प्रदान करना और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस नई पहल के तहत, राशन कार्ड धारकों को न केवल मुफ्त राशन मिलेगा, बल्कि उन्हें हर महीने आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। यह योजना देश के करोड़ों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। इस लेख में, हम आपको इस योजना के सभी पहलुओं की जानकारी देंगे, जैसे कि इसके लाभ, पात्रता मानदंड, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन प्रक्रिया। साथ ही, हम यह भी समझेंगे कि यह नया नियम किस तरह से राशन वितरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाएगा। राशन कार्ड योजना 2025 का मुख्य विवरण नीचे दिए गए टेबल में इस योजना का एक संक्षिप्त अवलोकन प्रस्तुत किया गया है:  योजना के लाभ इस नई योजना के तहत लाभार्थियों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं मिलेंगी: मुफ्त राशन: पात्र परिवारों को हर महीने मुफ्त अनाज (चावल और गेहूं) मिलेगा। आर्थिक सहायता: प्रत्येक परिवार को हर महीने ₹1000 की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएग...