बुरहानपुर जिले के शाहपुर वन परिक्षेत्र के बीट क्रमांक 428 में संदेहास्पद परिस्थितियों मे गर्भवती बाघिन मृत अवस्था में मिली है दरअसल बाघिन के पेट में 3 शावक पल रहे थे पेट में पल रहे तीन शावकों की भी जान चली गई हैं बाघिन का शव 2-3 दिन पुराना बताया गया फॉरेंसिक जांच में बाघिन की गर्भवती होने की पुष्टि हुई हैं जानकारों के मुताबिक बाघिन का प्रसव 7-10 दिन में संभावित था वन विभाग ने मीडिया को मौके पर कवरेज से रोका इसके अलावा अंतिम संस्कार में भी जल्दबाजी बरती गई
बता दें कि 1 साल में 3 बाघों की मौत हो चुकी हैं ऐसे में वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है बुरहानपुर जिले की सीमा महाराष्ट्र से लगी हुई है और टाइगर रिजर्व मेलघाट क्षेत्र से जिले की सीमा में बाघों का आना जाना रहता है इससे पहले नेपानगर क्षेत्र में एक बाघ की मौत हुई थी वन विभाग ने जांच के बाद उसकी अधिक उम्र के कारण मौत होना बताया था अब इस मामले में खंडवा सीसीएफ बुरहानपुर डीएफओ सहित बुरहानपुर एसडीओ और वन विभाग की टीम जुटी थी लेकिन पूरे मामले को छिपाने का प्रयास किया गया बाघिन का शव मिलने से वन महकमे में खलबली मच गई लेकिन यह घटना वन विभाग की गंभीर लापरवाही और सुस्ती की ओर भी इशारा कर रही है जिस क्षेत्र में यह घटना हुई वह वन क्षेत्र घोषित है ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वहां कोई रात्रिकालीन गश्ती नहीं हो रही थी?
बुरहानपुर वनमंडलाधिकारी विद्याभूषण सिंह ने कहाँ की शाहपुर का वन विभाग स्टाफ रात्रि में गस्त कर रहा था शाहपुर वन परिक्षेत्र के बीट क्रमांक 428 में शव मिला बघ का अगले दिन देखा तों वो मादा बाघिन थी उसको एनटीसीए जो गाइडलाइन थी इसके द्वारा सर्च की गई और कार्रवाई की गई डॉक्टर के द्वारा उसका पोस्टमार्टम किया गया बाघिन गर्भवती थी उसके पेट में 3 शावक बच्चे भी थे सैंपल वगैरह ले लिए प्रयोगशाला से जैसी रिपोर्ट आएंगी वास्तविक जांच रिपोर्ट के द्वारा पता चल पाएगा क्या कमी आई हैं बाघिन की उम्र दो से ढाई साल की होगी बुरहानपुर जंगल और मेलघाट के जो बाघ बाघिन आपस में आवागमन करते रहते हैं ये बाघिन मेलघाट टाइगर रिजर्व से आई थी यहां पर
5 डॉक्टर्स की टीम ने किया पोस्टमार्टम
वन विभाग की टीम को सूचना मिलने पर टीम मौके पर पहुंची और 5 डॉक्टर्स की टीम ने बाघिन का अंतिम संस्कार कराया इस टीम में डॉ. प्रशांत देशमुख एनटीसीए प्रतिनिधि डॉ हमजा नदीम वन्यजीव चिकित्सक वन विहार भोपाल डॉ हीरासिंह भंवर उपसंचालक पशु चिकित्सा बुरहानपुर डॉ. अंजू अचाले पशु चिकित्सक बुरहानपुर डॉ. रविंद्र पशु चिकित्सक बुरहानपुर शामिल थे।
सुरक्षित पाए गए अंग
वन विभाग के अनुसार वन्य जीव बाघ के सभी अंग सुरक्षित पाए गए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया पूरे घटनाक्रम की वन विभाग की ओर से वीडियोग्राफी फोटोग्राफी कराई गई इस दौरान मुख्य वन संरक्षक खंडवा रमेश गणावा वन मंडलाधिकरी विद्याभूषण सिंह उप वन मंडलाधिकारी अजय सागर तहसीलदार शाहपुर के प्र्रतिनिधि गोविंद सिंह रावत सरपंच ग्राम पंचायत जम्बूपानी लालसिंह भग्गा एनटीसीए के प्रतिनिधि वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत देशमुख आदि मौजूद थे
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