विकास कार्यों के लिए जनता को साधुवाद
प्रदेश पत्रिका :- बुरहानपुर जिले में सांसद और विधायक के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है,कामो के होड़ लेने की,एक वो काम जिनकी की आवश्यकता कई वर्षों से थी और ये दोनों उसे पूरा नही करा पा रहे थे,किन्तु आज इतने वर्षों के बाद कांग्रेस के जनहित में लिए गए आंदोलनों के कारण अंधी बहरों की सरकार की नींद खुली,ओर केंद्र सरकार द्वारा जब रोड निर्माण किया जा रहे है ।
तो सांसद,विधायक दोनों परोसी हुई थाली अपनी ओर खींचने में लगे है,जबकि ये कार्य जिले की जनता के आक्रोश ओर विरोध का नतीजा है।
उक्त आरोप लगाते हुए कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अजयसिंह रघुवंशी ने क्षेत्रीय सांसद और विधायक को आड़े हाथों लिया,श्री रघुवंशी ने कहा कि केंद्र की हो या प्रदेश की कोई भी योजना के आते ही श्रेय लेने वालों की होड़ लग जाती है,एक विज्ञप्ति सांसद कार्यालय से जारी होती है कि सांसद के अथक प्रयास से ..तो थोड़ी देर में विधायक कार्यालय से दूसरी विज्ञप्ति जारी होती है कि विधायक के प्रयासों से सम्पन्न योजना..।
इस होड़ की दौड़ में दोनों जनप्रतिनिधि अपना वास्तविक कर्तव्य भूल गए है,दरअसल होना ये था कि वे अपने अपने प्रयास से अलग अलग योजना लाते ओर उसका खूब प्रचार करते,जिले में रोजगार की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है,नेपा मिल,ताप्ती मिल की स्थिति सबके सामने है,किन्तु वहां भी दोनों नेता गुटबाजी का खेल खेलकर केवल मजदूरों को झूठे दिलासे देने में लगे है,प्रदेश से लेकर केंद्र तक भाजपा की सरकार होने के बाद भी ये लोग केवल मजदूर भाइयो को ख्याली पुलाव परोसने में लगे है,अगर वास्तव में ये लोग मिल बचाना चाहते है,या मजदूरों का भला करना चाहते है तो मुख्यमंत्री ,उधोगमंत्री,ओर प्रधानमंत्री से मिलकर क्या नही कर सकते।
रघुवंशी ने कहा कि शासकीय महाविद्यालय खुलने के कई वर्ष बाद भी इसमे आर्ट्स के अलावा कोई फेकल्टी नही होने से इसका क्या लाभ,जबकि ये गुटबाज नेता चाहे तो इसमे कई सुविधाएं लेकर अपनी वाहवाही करा सकते है।
शासकीय अस्पताल में सुविधाओं का अभाव,डॉक्टरों की कमी,भारी अव्यवस्था के चलते कोई सुविधा ना होने से सांसद और विधायक दोनों ही इससे बेखबर है,ये लोग यहां सुविधाएं लेकर क्यों अपनी वाहवाही कराते।
रघुवंशी ने कहा जिस 55 लाख के डामरीकरण को लेकर दोनों जनप्रतिनिधि श्रेय लेने की होड़ में लगे है,वह आम जनता की समस्या, उसका आक्रोश ओर विरोध का परिणाम है।कांग्रेस द्वारा भी इस कार्य के लिए कई बार आंदोलन किये गए,जिसमें झंडू बाम आंदोलन हो या बेशर्म के पौधे का आंदोलन इन आंदोलनों के परिणामस्वरूप शासन,प्रशासन को झुकना पड़ा और ये कार्य आज प्रारम्भ हुआ इसके लिए पूरे नगर की जनता को साधुवाद है ना कि इन विज्ञप्ति विरोध की मेहनत का परिणाम है।
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