बुरहानपुर जिला अस्पताल में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। एक नाबालिग मां ने अपनी नवजात बेटी को जन्म देने के बाद उसे मारने की कोशिश की। उसे अस्पताल की छत से नीचे फेंक दिया। इस घटना ने झंकझोर कर रख दिया है।
प्रदेश पत्रिका : बुरहानपुर के जिला अस्पताल में रविवार सुबह लगभग 9.30 बजे एक नाबालिग लड़की ने बच्ची को जन्म दिया। नवजात के जन्म के बाद बदनामी के डर से नाबालिग ने पहले बच्चे का गला दबाने की कोशिश की। इसके बाद नाबालिग ने उसे अस्पताल की पहली मंजिल के बाथरूम से नीचे फेंक दिया। नीचे कचरा और प्लास्टिक की बोतलें होने की वजह से नवजात की जान बच गई। इस मामले में पुलिस ने नाबालिग के पड़ोस में रहने वाले 19 साल के युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर दुष्कर्म की धाराओं में मामला दर्ज हुआ है।
बाल कल्याण समिति नाबालिग से मिली
इस घटना की जानकारी मिलने पर लालबाग थाना पुलिस मौके पर पहुंची। बाल कल्याण समिति की टीम ने सोमवार को जिला अस्पताल जाकर नाबालिग और नवजात की स्थिति देखी। समिति की अध्यक्ष विजया सिंह चौहान ने बताया कि बच्ची की स्थिति ठीक है और मां की मानसिक स्थिति का भी मूल्यांकन किया जा रहा है। परिजनों से संपर्क कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान महिला सेल डीएसपी प्रीतम सिंह ठाकुर, बाल कल्याण समिति सदस्य संदीप शर्मा, मेघा भिड़े आदि मौजूद थे।
इस घटना की जानकारी बुरहानपुर के लालबाग थाना पुलिस को मिली। उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए पहले नाबालिग के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में मामले की जांच के लिए प्रकरण नेपानगर थाने भेजा गया। नेपानगर थाना पुलिस ने जांच के बाद नाबालिग के पड़ोस में रहने वाले 19 साल के युवक के खिलाफ रेप की धाराओं में केस दर्ज कर उसे हिरासत में लिया। पीड़िता की पहचान गुप्त रखने के लिए पुलिस आरोपी की नाम पता भी गुप्त रख रही है।
बाथरूम में दिया बच्ची को जन्म
जानकारी के अनुसार, नाबालिग पेट में दर्द की शिकायत होने पर जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती हुई थी। भर्ती होने के बाद वह अस्पताल के बाथरूम में गई। करीब एक घंटे तक वह बाथरूम में बंद रही और तब ही उसने बच्ची को जन्म दिया। बाहर आने पर उसके पेट से ब्लीडिंग हो रही थी। इसी बीच नवजात मिलने की बात सामने आई। अस्पताल की टीम ने तुरंत नवजात और मां का उपचार शुरू किया।
मां और बेटी दोनों खतरे से बाहर
जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. भूपेंद्र गौर ने बताया कि नवजात बच्ची को पहले ऑक्सीजन पर रखा गया था, लेकिन अब वह पूरी तरह ठीक है और दूध पी रही है। गर्दन पर लगी चोट का उपचार चल रहा है। मां भी स्वस्थ हैं। बच्ची का जन्म 9 माह पूरे होने पर हुआ। बच्ची और मां आईसीयू में भर्ती हैं।
सूत्रों के अनुसार, नाबालिग की मां नहीं हैं और पिता तथा भाई रात में काम पर जाते हैं। वह अक्सर पड़ोस की सहेली के घर सोती थी। गर्भवती होने के बारे में परिवार को पता नहीं था।
पुलिस कर रही मामले में पूछताछ
अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर लालबाग पुलिस पहुंची और मामले को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दिया है। थाना प्रभारी अमित जादौन ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों और परिजनों से पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। बच्ची की मां का पता लगाकर उससे पूछताछ की जाएगी। वहीं दूसरी ओर अस्पताल में जिसमने भी इस घटना के बारे में सुना वह हैरान है। बच्ची के मां की बर्रबरता के बारे में चारों तरफ चर्चा हो रही है। इस हृदयविदारक घटना ने सबको हिला कर रख दिया है।
यह हादसा दिल दहला देने वाला हादसा किसी मां ने अपने बच्चे ं के साथ ऐसा कभी भि करने की कोशिश नही की होगी ऐसा करने से मानवता को सार्मासन करने वाली घटना घटित हुई है
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