मध्य प्रदेश के बुरहानपुर ज़िले में, 'धरती आबा' भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में, जनजातीय गौरव दिवस (15 नवंबर 2025) पर भव्य समारोहों का आयोजन किया गया।
मध्य प्रदेश बुरहानपुर के नेपानगर में धरती आबा बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस समारोह
नेपानगर प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, पं. जवाहरलाल नेहरू शासकीय महाविद्यालय, नेपानगर में महान जननायक “धरती आबा” बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में जनजातीय गौरव दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बिरसा मुंडा जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ।
✨ पखवाड़े के दौरान हुए प्रमुख आयोजन:
जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़े के अंतर्गत 1 नवंबर से 15 नवंबर 2025 तक विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें शामिल हैं:
प्रतियोगिताएं: निबंध, भाषण, चित्रकला (जनजातीय संस्कृति पर), क्विज़, जनजातीय गीत/नृत्य।
कला प्रदर्शनियां: लौह, बांस, काष्ठ शिल्प, मुखौटा कला, मांडना और मिट्टी कला की प्रदर्शनी।
अन्य कार्यक्रम: जनजातीय व्यंजन प्रदर्शन, पाक कला प्रतियोगिता, जनजातीय महानायकों पर नाट्य मंचन, रंगोली और मेहंदी प्रतियोगिताएँ।
सम्मान समारोह: यात्राओं के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिवारों का सम्मान किया गया।
यह आयोजन जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करने और उनकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाने के लिए किया गया।
इस अवसर पर “उलगुलान की पुकार / धरती का बेटा” विषय पर आधारित कविता-पाठ, पोस्टर निर्माण, रंगोली प्रतियोगिता एवं
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी (क्विज़) जैसे विविध रचनात्मक एवं बौद्धिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। छात्र-छात्राओं ने बड़े उत्साह और सृजनात्मकता के साथ भाग लेकर बिरसा मुंडा जी के जीवन, संघर्ष और योगदान को अपनी कला एवं शब्दों के माध्यम से जीवंत किया। कविता पाठ रेणुका ढाके, सिमरन शेख,अपेक्षा वाघ ने किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जनभागीदारी अध्यक्ष श्रीमती छाया गुडगे रहीं, जिन्होंने अपने प्रेरक संबोधन में कहा
“धरती आबा बिरसा मुंडा जी केवल एक आदिवासी नेता नहीं, बल्कि भारत के स्वाभिमान, संघर्ष और जन-जागरण के प्रतीक हैं। उनका जीवन युवाओं को आत्मबल, निष्ठा और देशप्रेम की प्रेरणा देता है।”
इस अवसर पर वरिष्ठ अध्यापक डॉ राजू सपकाले, डॉ. मायाराम चौहान, डॉ संजीव सपकाले,श्री यौवन परिहार, श्रीमती कविता सेठी, श्री रविंद्र सिसोदिया, श्रीमती जागृति अग्रवाल एवं श्री चंद्रपाल सिंह रावत सहित
महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। सभी वक्ताओं ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे बिरसा मुंडा जी के आदर्शों को अपनाए ।



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