गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर नेपानगर के नागरिकों द्वारा भंडारे का आयोजन करना और ग्रामीणजनों को भोजन करवाना, सेवा और सद्भावना की महान सिख परंपरा को दर्शाता है।
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| गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर नेपानगर के नागरिकों द्वारा भंडारे का आयोजन करना और ग्रामीणजनों को भोजन करवाना, सेवा और सद्भावना की महान सिख परंपरा को दर्शाता है। |
यह सामाजिक समरसता और सामुदायिक भावना का एक बेहतरीन उदाहरण है।
भंडारा सिखों के 'लंगर' की परंपरा का हिस्सा है, जहाँ बिना किसी भेदभाव के सभी को एक साथ बैठाकर भोजन कराया जाता है।
नेपानगर के नागरिकों ने इस नेक कार्य से गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को वास्तविक रूप में अपनाया है।
यह पहल सामुदायिक एकता और मानवता की सेवा की भावना को मजबूत करती है।





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