मध्यप्रदेश को अपने कब्जे में लेने के लिए कांग्रेस ने नया प्लान बनाया है. इसके तहत अब राज्य के सभी मंत्री, सांसद और विधायकों के काम-काज पर कांग्रेस प्रवक्ताओं की नजर रहेगी.
बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए मध्यप्रदेश कांग्रेस कमर कस चुकी है. पार्टी के कई नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं और कई नए नियम भी बनाए जा रहे हैं. बदलाव की ये बयार लेकर आए हैं प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी. जीतू पटवारी के नेतृत्व में कई अहम बदलाव पार्टी के अंदर देखने को मिल रहे हैं. हाल ही में उन्होंने प्रदेश प्रवक्ताओं के साथ बैठक की थी. इस बैठक में कई अहम फैसले किए गए।
बैठक के बाद जानकारी दी गई कि कांग्रेस ने अब एक नया प्लान बनाया है. इसके तहत जीतू पटवारी ने हर एक जिले में प्रदेश प्रवक्ता को प्रभारी बनाने का फैसला किया है. ये प्रभारी अपने जिले के मंत्री, सांसदों और विधायकों के कामकाज पर नजर रखेंगे. अगर उन्हें काम में किसी तरह की कोई कमी नजर आएगी तो तुरंत इसकी जानकारी प्रदेश अध्यक्ष को दी जाएगी, जिसके बाद तत्काल एक्शन लिया जाएगा।
अब संभल कर रहें नेताजी
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा बनाए गए इस नियम से राज्य के सभी कांग्रेस नेताओं के ऊपर कभी भी एक्शन होने का खतरा मंडराने लगा है. यहां तक कि अब मीडिया से बातचीत से पहले नेताओं को संबंधित डेटा जमा कर प्रदेश मीडिया विभाग से विमर्श करना भी जरुरी होगा. प्रदेश में कांग्रेस नेताओं की छवि में बदलाव के लिए इस नए प्लान को बनाया गया है. इनके कामकाज पर नजर रख किसी तरह की लापरवाही पर लगाम लगाने की कोशिश की जाएगी।।
ला रहे हैं बदलाव की बयार
जब से जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, तब से कई नए नियम बनाए गए हैं. इससे पार्टी में नई ऊर्जा का भी संचार हो रहा है. वहीं कई लोग इसे जीतू पटवारी द्वारा पार्टी पर शिकंजा कसने जैसा बता रहे हैं. कई लोगों की मानें तो अब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के पार्टी से दिन लदने जैसी बातें भी सामने आ रही हैं. वहीं कांग्रेस का कहना है कि ये बदलाव पार्टी के लिए लंबे समय में फायदेमंद साबित होंगे. इस कारण पार्टी नए नेतृत्व और संगठनात्मक बदलाव को बढ़ावा दे रही है।।
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प्रदेश पत्रिका
बदलाव से ही कांग्रेस की मध्यप्रदेश में वापसी संभव है।
ReplyDeleteहम जैसी युवाओं के लिए बदलाव की बहुत जरूरत है हम जैसे युवा बेरोजगार घूम रहे हैं।
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